चाय लेखनी प्रतियोगिता -16-Jan-2022
बचपन वाली बारिश किसे पसंद न होगी. कागज की कश्ती बनाना दोस्तों संग पानी में चलाना भींगना और मस्ती करना. सब की यादों में आज भी वह बारिश जीवंत है. मानो कल की ही बात हो. रूही को भी बचपन से ही बारिश का मौसम बहुत पसंद था और हो भी क्यों नहीं .जब वो बारिश में खूब भींगती तो मां नसीहत देती कि ज्यादा मत भिंगो बीमार हो जाओगी पर वह मां की बात कहां सुनती थी .इधर मां तरह-तरह के आलू गोभी हरी मिर्ची के पकोड़े बनाती और गरम अदरक की चाय के साथ उसे बुलाती. उसे इन पकौड़े के सामने छप्पन भोग भी फीके लगतेथे .अभी रुही की शादी को चार महीने ही हुए थे .ससुराल में वो ज्यादा दिन न रह पायी क्यूंकि उसके पति आकाश की नौकरी देल्ही में थी. उसे भी अपने पति के साथ जल्दी ही वहाँ जाना पड़ा. जब पहली बरसात हुई तो उसका मन उछल पड़ा भींगने को. उसने सोचा इस बार वो आकाश संग भींग कर खूब मज़े लेगी. आकाश यूँ तो बहुत खुशमिज़ाज़ और मज़ाकिया था पर रोमांटिकथोड़ा कम था .जब रूही ने बरसात में भींगने की बात की तो उसने मना करते हुए कहा कि ऐसी बरसात में भींगने से बीमार हो जाते हैं ,शायद बचपन से ही ये बात उसके मन में घर कर गयी थी .जब रूही ने बहुत ज़िद की तो थोड़ी देर के लिए आकाश उसके साथ बारिस में भींगने को तैयार हो बाहर आ गया .अब तो रूही की खुशियों का ठिकाना न था. वो किसी फिल्म के रोमांटिक सीन को याद कर आकाश से लिपट कर खूब मज़े करने लगी .गीले होने के बाद रूही कपडे बदलते हुए सोचने लगी की आज मैं माँ के हाथों जैसी ही पकोड़े और अदरक वाली चाय बनाकर आकाश को सरप्राइज दूंगी. मन ही मन सोचते हुए जब वो किचन की तरफ जा रही थी तो उसे पकोड़े और चाय की सुंगंध आती महसूस हुई. भाग कर जा कर देखती क्या है आकाश पकोड़े तल रहे थे दूसरी तरफ अदरक वाली चाय उबल रही थी .रूही ने कहा तुमने इतनी मेहनत क्यों की मैं तुम्हे सरप्राइज देना चाहती थी और तुम्हें मेरी पसंद के बारे में कैसे पता चला .आकाश ने कहा तुम तो रोज़ ही अपने हाथों से मेरे लिए खाना बनाती हो मुझे भी कभी अपने हाथों के हुनर दिखाने का मौका दो और हाँ तुम्हारी माँ ने तुम्हारी पसंद मुझे पहले ही बताया था. रूही की आँखों से आंसू बहने लगे जो ख़ुशी के आंसू थे . वो आकाश से लिपट गयी. उसने जैसे पति की कल्पना की थी आज उसे सच होते देख रही थी.आकाश को उसकी पसंद का इतना ख्याल है ये सोच कर वो ख़ुशी से झूम उठी. जल्दी जल्दी उसने पकोड़े प्लेट में डाले चाय का कप लिया और आकाश का हाथ पकड बालकनी में रिमझिम बरसात का मज़ा लेने आ गयी.
Shrishti pandey
18-Jan-2022 09:31 AM
Nice
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Abhinav ji
18-Jan-2022 08:58 AM
Nice
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Seema Priyadarshini sahay
17-Jan-2022 06:16 PM
चाय, पकौड़े और बारिश.. मजा आ गया
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